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रविवार, 22 फ़रवरी 2015

हिंदी काव्य साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय साहित्य सृजन के लिए आकांक्षा यादव 'मनोहरा देवी सम्मान' से सम्मानित

निराला स्मृति संस्थान, रायबरेली द्वारा युवा साहित्यकार और ब्लॉगर आकांक्षा यादव को मातृभाषा हिंदी काव्य साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय साहित्य सृजन के लिए निराला जयंती के पावन अवसर पर 21 फरवरी, 2015 को 'मनोहरा देवी सम्मान' से अलंकृत किया गया। यह सम्मान निराला जी की पत्नी की स्मृति में दिया जाता है।  उनकी अनुपस्थिति में यह सम्मान उनके पतिदेव एवं  वरिष्ठ साहित्यकार श्री कृष्ण कुमार यादव, निदेशक डाक सेवाएं, इलाहाबाद परिक्षेत्र ने ग्रहण किया । इस अवसर पर पुष्पहार, शाल, प्रशस्ति-पत्र और पाँच हजार की नकद राशि देकर उन्हें सम्मानित किया गया। 

इस अवसर  पर निराला स्मृति संस्थान, रायबरेली  द्वारा  श्रीमती आकांक्षा यादव (इलाहाबाद) को 'मनोहरा देवी स्मृति सम्मान' के अलावा  श्री अनूप अशेष (सतना, म.प्र.)  को 'निराला सम्मान', डा. धनन्जय सिंह (गाजियाबाद)  को 'प्रजा वत्सल राजा डालदेव स्मृति सम्मान' एवं डा. संतलाल विश्वकर्मा (रायबरेली) को 'मुल्ला दाउद सम्मान' से एक भव्य कार्यक्रम में सम्मानित-विभूषित किया गया।  

 समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ साहित्यकार एवं एडिशनल कमिश्नर, सेल टैक्स, बरेली  श्री कमलेश भट्ट कमल, अध्यक्षता डा. ओ.पी. सिंह एवं विशिष्ट अतिथि डा. चम्पा श्रीवास्तव, विभागाध्यक्ष, हिंदी विभाग, फिरोज गाँधी पीजी कालेज, रायबरेली ने समारोह को गौरवान्वित किया। इस अवसर पर 'महाप्राण -2015' वार्षिकांक का लोकार्पण भी किया गया। इसके प्रधान संपादक श्री राजाराम भारतीय व संपादक श्री राम निवास पंथी हैं।  




प्रस्तुति :
-रत्नेश कुमार मौर्य
संयोजक - ’शब्द साहित्य’,  इलाहाबाद 






शुक्रवार, 20 फ़रवरी 2015

आकांक्षा यादव को निराला स्मृति संस्थान, द्वारा ‘मनोहरा देवी स्मृति सम्मान’

युवा साहित्यकार एवं ब्लाॅगर आकांक्षा यादव को निराला स्मृति संस्थान, रायबरेली द्वारा निरालाजी की धर्मपत्नी की स्मृति में दिये जाने वाले सम्मान “मनोहरा देवी स्मृति सम्मान“ के लिए चुना गया है। उक्त सम्मान निराला जयन्ती के अवसर पर 21 फरवरी 2015 को मनोहरा देवी के जन्म स्थान मुराई का बाग, डलमऊ, रायबरेली में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रदान किया जायेगा। आकांक्षा यादव को यह सम्मान अनवरत साहित्य सेवा एवं अपनी रचनाओं में नारी सशक्तीकरण पर प्रमुखता से लिखने के लिए प्रदान किया जायेगा। आकांक्षा यादव इलाहाबाद परिक्षेत्र के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव की पत्नी हैं। श्री यादव भी हिंदी की युवा पीढ़ी के सशक्त हस्ताक्षर हैं। उक्त जानकारी निराला स्मृति संस्थान, रायबरेली के संयोजक श्री राम निवास पंथी ने दी। 

गौरतलब है कि आकांक्षा यादव एक लम्बे समय से साहित्य और ब्लाॅगिंग से अनवरत जुड़ी हुई हैं। आकांक्षा यादव की विभिन्न विधाओं में रचनाएँ देश-विदेश की प्रायः अधिकतर प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं और इंटरनेट पर वेब पत्रिकाओं व ब्लॉग पर निरंतर प्रकाशित होती रहती है। आकांक्षा यादव की 2 कृतियाँ ”चाँद पर पानी” (बालगीत संग्रह) एवं ”क्रांतियज्ञ: 1857-1947 की गाथा” प्रकाशित हैं। पत्र-पत्रिकाओं के साथ-साथ इंटरनेट पर भी सक्रिय आकांक्षा यादव की रचनाएँ तमाम वेब/ई-पत्रिकाओं, सोशल मीडिया और ब्लॉगों पर भी पढ़ी-देखी जा सकती हैं। नारी विमर्श, बाल विमर्श एवं सामाजिक सरोकारों सम्बन्धी विमर्श में विशेष रुचि रखने वाली आकांक्षा यादव की रचनाओं में नारी-सशक्तीकरण बखूबी झलकता है।

इससे पूर्व भी आकांक्षा यादव को विभिन्न साहित्यिक-सामाजिक संस्थानों द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। इनमें उ.प्र. के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव द्वारा ’’अवध सम्मान’’, परिकल्पना समूह द्वारा ’’दशक के श्रेष्ठ हिन्दी ब्लाॅगर दम्पति’’ सम्मान, ”परिकल्पना ब्लॉग विभूषण सम्मान”, विक्रमशिला हिन्दी विद्यापीठ, भागलपुर, बिहार द्वारा डाॅक्टरेट (विद्यावाचस्पति) की मानद उपाधि, भारतीय दलित साहित्य अकादमी द्वारा ‘डाॅ. अम्बेडकर फेलोशिप राष्ट्रीय सम्मान‘ व ‘‘वीरांगना सावित्रीबाई फुले फेलोशिप सम्मान‘, राष्ट्रीय राजभाषा पीठ इलाहाबाद द्वारा ’भारती ज्योति’, साहित्य मंडल, श्रीनाथद्वारा, राजस्थान द्वारा ”हिंदी भाषा भूषण”, ‘‘एस.एम.एस.‘‘ कविता पर प्रभात प्रकाशन, नई दिल्ली द्वारा पुरस्कार सहित विभिन्न प्रतिष्ठित सामाजिक-साहित्यिक संस्थाओं द्वारा विशिष्ट कृतित्व, रचनाधर्मिता और सतत् साहित्य सृजनशीलता हेतु दर्जनाधिक सम्मान और मानद उपाधियाँ प्राप्त हैं ।








सोमवार, 2 फ़रवरी 2015

बेहद शर्मनाक ! ये तो हद हो गई

एक तरफ हम 21 वीं सदी में अंतरिक्ष नापने से लेकर हाईटेक व्यक्तियों और स्मार्ट सिटी की बात कर रहे हैं, वहीँ इसी भारत देश में ऐसी घटनाएँ भी हो रही हैं कि सारी मानवता तार-तार हो जाती है। उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद के रानीपुर के नगपुर गांव में खाना बनाते समय पत्नी का पल्लू उसके सिर से सरक गया तो इससे उसका पति इतना आगबबूला हो गया कि उसकी जमकर पिटाई कर दी। इससे भी मन नहीं भरा तो बाजार से ब्लेड खरीदकर ले आया और जबरदस्ती पत्नी के सिर के बाल साफ कर दिया। पत्नी गिड़गिड़ाती रही, माफी भी मांगी लेकिन वह नहीं पसीजा। हद तो तब हो गई जब उसे इसी हालत में सरे बाजार घुमाया। मामला  का है। रविवार को हुई इस घटना के दौरान सबसे शर्मनाक यह रहा कि पूरा गांव इस घटना को देखता रहा लेकिन बचाने कोई नहीं आया। अलबत्ता जानकारी मिलने पर पुलिस ने पति को हिरासत में ले लिया।